भाई लोगों बात ऐसी है के जिन देशों से ब्रिटेन ने कॉमन तौर पर वेल्थ लूटी थी, उन्हे कॉमनवेल्थ देश कहा जाता है। भारत में तो इन ब्रिटिशरों ने बहुत सालों तक बहुत लूट मचायी थी। सो भारत एक सीनियर कॉमनवेल्थ देश है। वैसे भी हमे सिनिओरिटी बहुत पसंद है.
लगे हाथ यह भी समझ लो:
कॉमनवेल्थ गेम्स का प्रयोजन क्या है?
तमाम देश के आम आदमी के लिए ये संदेश है कि हे मूरख, तू समझता है कि तेरे देश के नेता ही लुटेरे हैं। नहीं, इनसे पहले ब्रिटिशर्स कॉमन तौर पर इन देशों में लूट मचा चुके थे। यानी जब भारत वर्ष के नेता अपने देश को ही लूटने काबिल न हुए थे, तब ब्रिटिशर्स दुनिया-जहां को लूट रहे थे। ब्रिटिशर्स अब के नेताओं से कितने आगे थे, ऐसी प्रेरणापद बातें कहने के लिए कॉमनवेल्थ का आयोजन किया जाता है।
तो हमारे काबिल भारतीय अपनों को ही लूट कर कॉमनवेल्थ की प्रेरणाशाली परंपरा को आगे बढा रहे है.
एक छोटा सा जोक, दिल पर मत लेना भाई......
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